सऊदी अरब पर आतंकी हमला:जेद्दा के ऑयल डिपो पर रॉकेट हमले के बाद आग
सऊदी अरब पर आतंकी हमला:जेद्दा के ऑयल डिपो पर रॉकेट
हमले के बाद आग
सऊदी अरब के जेद्दा शहर में ऑयल डिपो में शुक्रवार रात आग लग गई लोग ने इसे दुर्घटना मान रहे थे लेकिन कुछ घंटे बाद यमन के हूती विद्रोही संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली और कहा यह हादसा नहीं हमला है। हमने डिपो को रॉकेट से निशाना बनाया। बताया जाता है कि आग लगने के पहले एक बड़ा धमाका भी सुनाई दिया था।
जेद्दा के आसमान में गहरा काला धुआं नजर आ रहा है। मीडिया वालो की रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस जगह यह डिपो है, उससे कुछ दूरी पर ही फॉर्मूला वन रेसिंग ट्रैक स्थित है। इतना सब होने के बाद भी अभी तक सऊदी सरकार ने हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
क्या है रामको डिपो
जिस डिपो पर हमला हुआ, उसका मालिकाना हक दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनियों में गिनी जाने वाली आरामको का है। इस कम्पनी को सऊदी आरामको भी कहा जाता है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियोज में दिखाया गया है कि फॉर्मूला वन कार रेसिंग के ड्राइवर वहां प्रैक्टिस कर रहे थे,इसके कुछ देर बाद ट्रैक पर धुआं नजर आने लगा। सऊदी सरकार या आरामको ने इस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं दी है।
हुती विद्रोही कौन है
गल्फ देश यमन के उत्तरी भाग में शुरू हुआ एक ग्रहयुद्ध है. इस विद्रोह को सदाह युद्ध भी कहा जाता है.
जेदी सम्प्रदाय के धर्मगुरु हुसेन ब्दद्र्दीन अल-हुती ने यमन सरकार के खिलाफ एक विद्रोह शुरु किया और तभी जून 2004 में इस हुती विद्रोही सघटन का जन्म हुआ.
यमन के काफी बड़े हिस्से पर हुती विद्रोहियों का कब्जा है ,इस सघटन से यमन , सउदी अरब और UAE बहुत परेशान है ये UAE में काफी अंदर तक रोकेट से हमले करता रहता है.
हूती पहले भी कर चुका है हमला
कुछ समय पहले आरामको के ही एक ऑयल डिपो पर हूती विद्रोहियों ने हमला किया था। इसके बाद कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली थी लेकिन इसके बाद सउदी एयरफोर्स ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हूती के ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को जिस डिपो में आग लगी, उससे कुछ ही दूरी पर ऑयल डिपो है, जिस पर हूती संगठन ने ड्रोन से अटैक किया था। इन डिपो के ज्यादातर हिस्से में डीजल स्टोर किया जाता है।
दुनिया में चर्चा में अचानक से केसे आ गये हुती
जनवरी माह में UAE के मालवाहक जहाज रवाबी को हुती विद्रोहियों ने अपने कब्जे में ले लिया था ,इस जहाज पर कुल 11 लोग सवार थे जिनमे 7 भारतिय थे .
आपको बताते चले की हुती विद्रोहियों की मदद के लिए हेमशा ईरान का नाम सामने आता रहा और उस पर आरोप लगते रहते है की वो ही इसको मदद देता है. दरसल ईरान एक शिया बहुल देश है और हुती विद्रोही भी शियाहा मुस्लिम ही है और ईरान का सऊदी अरब और UAE से पुरानी दुश्मनी है.
क्यों हुआ सउदी अरब पर आतंकी हमला
हूती विद्रोहियों ने शुक्रवार को सुबह ही धमकी दी थी कि वो सऊदी में हमले तेज करेंगे। इसके कुछ ही देर बाद यमन की तरफ से सऊदी की तरफ रॉकेट दागा गया। इसे सऊदी एयरफोर्स के बैलेस्टिक डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया। इसके बाद उन दो शहरों पर रॉकेट दागे गए जो यमन सीमा से लगे हैं.
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